Sweat Equity Shares
jp Singh
2025-06-04 21:15:41
searchkre.com@gmail.com /
8392828781
Sweat Equity Shares
Sweat Equity Shares
स्वीट शेयर(Sweat Equity Shares)
स्वीट शेयर या स्वेट इक्विटी शेयर वे शेयर हैं जो कंपनी अपने कर्मचारियों या निदेशकों को रियायती कीमत पर या मुफ्त में प्रदान करती है, उनके द्वारा कंपनी के लिए किए गए महत्वपूर्ण योगदान (जैसे श्रम, बौद्धिक संपदा, या तकनीकी विशेषज्ञता) के बदले। ये शेयर कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने और उनकी निष्ठा बढ़ाने के लिए जारी किए जाते हैं।
उद्देश्य:
कर्मचारियों या निदेशकों को उनके योगदान (शारीरिक श्रम, मानसिक क्षमता, या समय) के लिए पुरस्कृत करना।कंपनी के विकास में योगदान देने वालों को हिस्सेदारी प्रदान करना। स्टार्टअप्स या छोटी कंपनियों में कर्मचारियों को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए उपयोगी।
लॉन-इन पीरियड: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के नियमों के अनुसार, स्वेट इक्विटी शेयरों को आवंटन की तारीख से 3 वर्ष तक बेचा नहीं जा सकता।
लागत: ये शेयर रियायती कीमत पर या मुफ्त में दिए जाते हैं, जो सामान्य इक्विटी शेयरों की तुलना में सस्ते होते हैं।
उपयोग: आमतौर पर रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन, स्टार्टअप्स, और अन्य उद्योगों में उपयोग होता है, जहां कर्मचारी या योगदानकर्ता नकदी के बजाय हिस्सेदारी के रूप में पुरस्कृत किए जाते हैं।
उदाहरण:
एक स्टार्टअप अपने तकनीकी विशेषज्ञ को उनके द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर के लिए स्वेट इक्विटी शेयर दे सकता है। रियल एस्टेट में, एक ठेकेदार या डिज़ाइनर को संपत्ति के नवीनीकरण के बदले स्वेट इक्विटी शेयर दिए जा सकते हैं।
भारत में स्वेट इक्विटी शेयर का उपयोग:
कॉर्पोरेट क्षेत्र: स्टार्टअप्स और छोटी कंपनियां कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्वेट इक्विटी शेयर जारी करती हैं।
रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन: ठेकेदारों या श्रमिकों को उनके योगदान के लिए स्वेट इक्विटी दी जाती है।
सहकारी समितियां: कुछ सहकारी समितियां, जैसे अमूल, अपने सदस्यों को समान सिद्धांतों पर हिस्सेदारी देती हैं।
SHG के लिए संभावना: SHG जो पंजीकृत कंपनियों या सहकारी समितियों के रूप में काम करते हैं, स्वेट इक्विटी मॉडल को अपना सकते हैं। उदाहरण के लिए, लिज्जत पापड़ ने अपने महिला सदस्यों को सहकारी मॉडल के तहत हिस्सेदारी दी है, जो स्वेट इक्विटी का एक रूप है।
सुझाव (SHG और सूक्ष्म साख के लिए):
वित्तीय साक्षरता: SHG सदस्यों को स्वेट इक्विटी शेयरों और उनके लाभों के बारे में प्रशिक्षण देना।
कानूनी ढांचा: SHG को पंजीकृत सहकारी समितियों या कंपनियों के रूप में संगठित करना, ताकि वे स्वेट इक्विटी मॉडल को अपना सकें।
ऑनलाइन शॉपिंग का उपयोग: Amazon Saheli, Meesho जैसे प्लेटफॉर्म्स पर बिक्री बढ़ाकर व्यवसाय की आय बढ़ाना, जो स्वेट इक्विटी शेयरों के मूल्य को बढ़ा सकता है।
डिजिटल भुगतान: ब्लूटूथ-सक्षम mPOS और UPI का उपयोग करके भुगतान प्रक्रिया को सरल करना, जिससे व्यवसाय की सफलता और ऋण चुकाने की क्षमता बढ़े।
NPA प्रबंधन: स्वेट इक्विटी SHG सदस्यों को व्यवसाय में हिस्सेदारी देता है, जिससे वे ऋण चुकाने के लिए अधिक प्रेरित रहते हैं, जिससे NPA का जोखिम कम होता है।
Conclusion
Thanks For Read
jp Singh
searchkre.com@gmail.com
8392828781