BIMARU
jp Singh
2025-06-03 17:12:50
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बीमारू राज्य/BIMARU
बीमारू राज्य/BIMARU
बीमारू (BIMARU) राज्य एक संक्षिप्त नाम (acronym) है, जो भारत के चार राज्यों—बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश—के अंग्रेजी नामों के पहले अक्षरों से बना है। इस शब्द का उपयोग पहली बार 1980 के दशक में जनसांख्यिकी विशेषज्ञ आशीष बोस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी को प्रस्तुत एक रिपोर्ट में किया था। "बीमारू" शब्द हिंदी के "बीमार" से लिया गया है, जो इन राज्यों के आर्थिक, सामाजिक, और जनसांख्यिकीय पिछड़ेपन को दर्शाता है।
बीमारू राज्य की विशेषताएँ
ये राज्य निम्नलिखित क्षेत्रों में पिछड़े हुए माने गए थे: उच्च जनसंख्या वृद्धि दर: तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण संसाधनों पर दबाव। कम साक्षरता दर: शिक्षा का स्तर राष्ट्रीय औसत से नीचे। उच्च शिशु और मातृ मृत्यु दर: स्वास्थ्य सेवाओं की कमी। कम प्रति व्यक्ति आय: आर्थिक विकास में पिछड़ापन। उच्च गरीबी स्तर: गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली आबादी का बड़ा हिस्सा। अपर्याप्त बुनियादी ढांचा: सड़क, बिजली, और अन्य सुविधाओं की कमी। वर्तमान स्थिति: हाल के दशकों में इन राज्यों ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की है, जिसके कारण "बीमारू" टैग धीरे-धीरे अप्रासंगिक हो रहा है
उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, उत्तर प्रदेश अब "सक्षम प्रदेश" बन रहा है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है। गरीबी में कमी और मातृ मृत्यु दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। राजस्थान और मध्य प्रदेश: इन राज्यों ने कृषि, पर्यटन, और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्रगति की है। बिहार: बुनियादी ढांचे और शिक्षा में सुधार के प्रयास जारी हैं, हालांकि चुनौतियाँ बनी हुई हैं। कुछ स्रोतों में पंजाब, केरल, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों को भी वित्तीय स्वास्थ्य के आधार पर बीमारू की श्रेणी में रखा गया है, लेकिन यह मूल परिभाषा से भिन्न है।
बदलती तस्वीर: 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि इन राज्यों ने बेहतर प्रदर्शन किया है, और बीमारू का टैग हट रहा है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में 2015-21 के बीच बहुआयामी गरीबी में सबसे अधिक कमी देखी गई। हालांकि, रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ राज्यों की वित्तीय स्थिति (जैसे पंजाब, राजस्थान, और केरल) अभी भी चिंताजनक है, खासकर कर्ज और GSDP अनुपात के मामले में।
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jp Singh
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