Recent Blogs

Definition of Global Imbalances
jp Singh 2025-06-03 13:40:11
searchkre.com@gmail.com / 8392828781

वैश्विक असंतुलन की परिभाषा/Global Imbalances

वैश्विक असंतुलन की परिभाषा/Global Imbalances
परिभाषा: वैश्विक असंतुलन तब होता है जब कुछ देश लगातार बड़े चालू खाता अधिशेष (जैसे, चीन, जर्मनी) चलाते हैं, जबकि अन्य देश बड़े चालू खाता घाटे (जैसे, संयुक्त राज्य अमेरिका) में रहते हैं। यह असंतुलन वैश्विक व्यापार, निवेश, और विनिमय दरों में असमानता पैदा करता है।
चालू खाता: यह वस्तुओं, सेवाओं (अदृश्य मदें), आय, और हस्तांतरण (जैसे रेमिटेंस) का योग है। चालू खाता घाटा तब होता है जब कोई देश आयात और भुगतानों में निर्यात और आय से अधिक खर्च करता है।
प्रमुख कारण
व्यापार असंतुलन: कुछ देश अधिक निर्यात करते हैं (जैसे, चीन), जबकि अन्य अधिक आयात करते हैं (जैसे, USA)। बचत और निवेश में अंतर: उच्च बचत दर वाले देश (जैसे, जर्मनी) अधिशेष चलाते हैं, जबकि कम बचत वाले देश (जैसे, USA) घाटे में रहते हैं। मुद्रा नीतियाँ: कुछ देश अपनी मुद्रा को कम मूल्य पर रखते हैं (जैसे, चीन का युआन) ताकि निर्यात सस्ता रहे। वैश्विक पूँजी प्रवाह: अधिशेष वाले देश घाटे वाले देशों में निवेश करते हैं, जैसे, चीन का अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड में निवेश।
वैश्विक असंतुलन की स्थिति (2025 तक)
प्रमुख अधिशेष देश
चीन: 2024 में चालू खाता अधिशेष ~$300 बिलियन (GDP का 1.5%), मुख्य रूप से वस्तु निर्यात (इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी) के कारण। जर्मनी: अधिशेष ~$250 बिलियन (GDP का 6%), ऑटोमोबाइल और औद्योगिक निर्यात से। सऊदी
प्रमुख घाटा देश
संयुक्त राज्य अमेरिका: 2024 में चालू खाता घाटा ~$800 बिलियन (GDP का 3.5%), उच्च उपभोक्ता खपत और आयात के कारण। भारत: 2024 में चालू खाता घाटा ~$40 बिलियन (GDP का 1.2%), कच्चे तेल आयात और व्यापार घाटे के कारण।
वैश्विक प्रभाव
मुद्रा अस्थिरता: अधिशेष देशों की मुद्राएँ (जैसे, युआन) दबाव में रहती हैं। वित्तीय जोखिम: घाटे वाले देशों में ऋण संकट का खतरा (जैसे, USA का राष्ट्रीय ऋण $33 ट्रिलियन से अधिक)। वैश्विक मंदी का जोखिम: असंतुलन से वैश्विक माँग में कमी, जिससे आर्थिक मंदी का खतरा।
भारत में वैश्विक असंतुलन का प्रभाव
चालू खाता घाटा (CAD)
भारत का व्यापार घाटा 2024 में ~$250 बिलियन था, मुख्य रूप से कच्चे तेल और इलेक्ट्रॉनिक्स आयात के कारण। अदृश्य मदें (पिछला प्रश्न): IT सेवा निर्यात ($150 बिलियन) और रेमिटेंस ($125 बिलियन) ने CAD को नियंत्रित रखा, जिससे घाटा GDP के 1.2% पर रहा।
विदेशी मुद्रा भंडार: अदृश्य आय और पूँजी प्रवाह (FDI, FII) ने भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को $700 बिलियन (2025 तक) तक बढ़ाया, जो वैश्विक असंतुलन के प्रभाव को कम करता है। मुद्रा मूल्य: रुपये पर दबाव (2024 में ~83-84/USD) कच्चे तेल की कीमतों और वैश्विक पूँजी प्रवाह के कारण।
Conclusion
Thanks For Read
jp Singh searchkre.com@gmail.com 8392828781

Our Services

Scholarship Information

Add Blogging

Course Category

Add Blogs

Coaching Information

Add Blogging

Add Blogging

Add Blogging

Our Course

Add Blogging

Add Blogging

Hindi Preparation

English Preparation

SearchKre Course

SearchKre Services

SearchKre Course

SearchKre Scholarship

SearchKre Coaching

Loan Offer

JP GROUP

Head Office :- A/21 karol bag New Dellhi India 110011
Branch Office :- 1488, adrash nagar, hapur, Uttar Pradesh, India 245101
Contact With Our Seller & Buyer