RTGS (Real-Time Gross Settlement)
jp Singh
2025-06-03 12:17:54
searchkre.com@gmail.com /
8392828781
आरटीजीएस (रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट)/RTGS (Real-Time Gross Settlement)
आरटीजीएस (रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट)/RTGS (Real-Time Gross Settlement)
RTGS (Real-Time Gross Settlement) एक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम है जो उच्च मूल्य और समय-संवेदनशील लेनदेन के लिए उपयोग किया जाता है। यह प्रणाली बैंकों और वित्तीय संस्थानों के बीच तत्काल और सुरक्षित धन हस्तांतरण को सक्षम बनाती है। भारत में, RTGS को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा संचालित और विनियमित किया जाता है।
RTGS की मुख्य विशेषताएं
रियल-टाइम सेटलमेंट: लेनदेन तुरंत (रियल-टाइम में) संसाधित होता है, जिसका अर्थ है कि धनराशि कुछ ही सेकंड या मिनटों में प्राप्तकर्ता के खाते में जमा हो जाती है।
ग्रॉस सेटलमेंट: प्रत्येक लेनदेन को व्यक्तिगत रूप से और पूर्ण रूप से निपटाया जाता है, बिना अन्य लेनदेन के साथ नेटिंग (समायोजन) के।
उच्च मूल्य के लेनदेन: भारत में RTGS के लिए न्यूनतम लेनदेन राशि ₹2 लाख है, और अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है (हालांकि कुछ बैंक अपनी सीमा निर्धारित कर सकते हैं, जैसे उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक में अधिकतम ₹10 लाख प्रति दिन)।
24x7 उपलब्धता: दिसंबर 2020 से, RTGS सुविधा 24 घंटे, सप्ताह के सातों दिन और 365 दिन उपलब्ध है, जिसमें सप्ताहांत और बैंक अवकाश भी शामिल हैं।
सुरक्षा और पारदर्शिता: RBI द्वारा विनियमित होने के कारण यह प्रणाली अत्यधिक सुरक्षित है और लेनदेन की स्थिति की तत्काल जानकारी प्रदान करती है, जिससे धोखाधड़ी और त्रुटियों का जोखिम कम होता है।
RTGS कैसे काम करता है
लेनदेन शुरू करना: प्रेषक अपने बैंक (ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल ऐप, या शाखा में जाकर) के माध्यम से RTGS लेनदेन शुरू करता है। इसके लिए प्राप्तकर्ता का नाम, खाता संख्या, बैंक का नाम, शाखा, और IFSC कोड जैसे विवरण आवश्यक हैं।
सत्यापन और प्राधिकरण: प्रेषक का बैंक धनराशि की उपलब्धता और विवरण की सटीकता की जांच करता है।
ट्रांसमिशन: लेनदेन निर्देश RBI द्वारा संचालित RTGS सिस्टम को भेजे जाते हैं।
निपटान: RBI प्रेषक के बैंक के खाते से राशि डेबिट करता है और प्राप्तकर्ता के बैंक के खाते में तुरंत क्रेडिट करता है।
पुष्टिकरण: दोनों पक्षों (प्रेषक और प्राप्तकर्ता) को लेनदेन की पुष्टि मिलती है, जिसमें लेनदेन संदर्भ संख्या और समय शामिल होता है।
RTGS के लाभ
तत्काल निपटान: धनराशि तुरंत स्थानांतरित होती है, जिससे नकदी प्रवाह में सुधार होता है।
सुरक्षा: RBI की देखरेख में होने के कारण यह धोखाधड़ी और साइबर खतरों से सुरक्षित है।
उच्च मूल्य लेनदेन के लिए उपयुक्त: बड़े कॉर्पोरेट भुगतान, रियल एस्टेट लेनदेन, और अन्य समय-संवेदनशील भुगतानों के लिए आदर्श।
पारदर्शिता: लेनदेन की स्थिति तुरंत उपलब्ध होती है, और यह कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त है।
कोई अधिकतम सीमा नहीं: बड़े पैमाने के लेनदेन के लिए लचीलापन प्रदान करता है।
RTGS शुल्क
ऑनलाइन लेनदेन: जुलाई 2019 से, RBI ने ऑनलाइन RTGS लेनदेन के लिए शुल्क समाप्त कर दिया है।
ऑफलाइन लेनदेन: बैंक शाखा के माध्यम से किए गए लेनदेन के लिए शुल्क ले सकते हैं, जो आमतौर पर लेनदेन राशि के आधार पर होता है। उदाहरण के लिए:
₹2 लाख से ₹5 लाख: लगभग ₹24.50
₹5 लाख से अधिक: लगभग ₹49.50 (उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के अनुसार)।
RTGS और अन्य प्रणालियों में अंतर
NEFT (National Electronic Funds Transfer): NEFT लेनदेन बैच में निपटाए जाते हैं, जबकि RTGS तुरंत और व्यक्तिगत रूप से निपटाया जाता है। NEFT में न्यूनतम राशि की कोई सीमा नहीं है।
IMPS (Immediate Payment Service): IMPS छोटे मूल्य के लेनदेन के लिए उपयुक्त है और 24x7 उपलब्ध है, लेकिन RTGS उच्च मूल्य के लेनदेन के लिए अधिक विश्वसनीय है।
CHAPS (UK): CHAPS बैच में संसाधित होता है, जबकि RTGS रियल-टाइम में काम करता है।
SWIFT: SWIFT अंतरराष्ट्रीय भुगतानों के लिए है, जबकि RTGS मुख्य रूप से घरेलू लेनदेन के लिए उपयोग किया जाता है।
RTGS के लिए आवश्यकताएं
दोनों बैंक (प्रेषक और प्राप्तकर्ता) RTGS नेटवर्क का हिस्सा होने चाहिए।
सटीक प्राप्तकर्ता विवरण (नाम, खाता संख्या, IFSC कोड)।
प्रेषक के खाते में पर्याप्त धनराशि।
लेनदेन का रिकॉर्ड (UTR नंबर) रखना, जो 22 अंकों का एक अद्वितीय कोड है।
उदाहरण: यदि आप सुबह 11:00 बजे ₹3 लाख का RTGS लेनदेन शुरू करते हैं, तो प्राप्तकर्ता के खाते में राशि आमतौर पर 11:30 बजे तक जमा हो जाती है, बशर्ते सभी विवरण सही हों।
Conclusion
Thanks For Read
jp Singh
searchkre.com@gmail.com
8392828781