Vengi (Eastern Chalukya) (7th-11th Century)
jp Singh
2025-05-22 22:25:49
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वेंगी (पूर्वी चालुक्य) (7वीं-11वीं शताब्दी)
वेंगी (पूर्वी चालुक्य) (7वीं-11वीं शताब्दी)
वेंगी (पूर्वी चालुक्य) (7वीं-11वीं शताब्दी)
पूर्वी चालुक्य वंश बादामी चालुक्य की एक शाखा थी, जिसकी स्थापना पुलकेशिन द्वितीय के भाई कुब्ज विष्णुवर्धन ने की थी। उनकी राजधानी वेंगी (वर्तमान आंध्र प्रदेश) थी।
प्रमुख शासक:
1. कुब्ज विष्णुवर्धन (624-641 ई.):
पूर्वी चालुक्य वंश के संस्थापक। उन्होंने वेंगी को अपनी राजधानी बनाया और आंध्र क्षेत्र में चालुक्य शक्ति स्थापित की। उनके शासनकाल में पूर्वी चालुक्य ने पल्लव और अन्य स्थानीय शासकों के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत की।
2. विजयादित्य तृतीय (848-892 ई.):
पूर्वी चालुक्य वंश का एक प्रमुख शासक। उन्होंने राष्ट्रकूटों और पल्लवों के खिलाफ युद्ध लड़े और वेंगी की स्वतंत्रता को बनाए रखा। उनके शासनकाल में समुद्री व्यापार और मंदिर निर्माण को प्रोत्साहन मिला।
3. चालुक्य-चोल एकीकरण:
11वीं शताब्दी में पूर्वी चालुक्य शासक राजराज नरेंद्र की पुत्री का विवाह चोल शासक राजेंद्र चोल प्रथम के पुत्र राजाधिराज चोल के साथ हुआ। इस विवाह ने चालुक्य-चोल वंश की शुरुआत की, और कुलोत्तुंग चोल प्रथम (1070-1122 ई.) ने वेंगी और चोल साम्राज्य को एकीकृत किया।
योगदान:
स्थापत्य: पूर्वी चालुक्य ने आंध्र क्षेत्र में कई मंदिरों का निर्माण किया, जैसे राजमुंदरी और भद्राचलम के मंदिर।
व्यापार: वेंगी एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र था, जो बंगाल की खाड़ी के माध्यम से दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ व्यापार करता था।
संस्कृति: पूर्वी चालुक्य ने तमिल और तेलुगु संस्कृति के बीच एक सेतु बनाया।
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jp Singh
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