Prehistoric period
jp Singh
2025-05-19 10:54:33
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प्रागैतिहासिक काल
प्रागैतिहासिक काल Prehistoric period
प्रागैतिहासिक काल भारतीय इतिहास का वह प्रारंभिक चरण है, जब मानव ने लेखन प्रणाली विकसित नहीं की थी, और हमारी जानकारी पुरातात्विक साक्ष्यों जैसे पत्थर के औजार, गुफा चित्र, मानव अवशेष, और बस्तियों पर आधारित है। यह काल मानव के उद्भव से लेकर प्रारंभिक सभ्यताओं (जैसे हड़प्पा सभ्यता) तक फैला है। आपके अनुरोध के अनुसार, मैं प्रागैतिहासिक काल के प्रत्येक युग को और अधिक विस्तार से, हिन्दी में, संरचित और गहन रूप से वर्णन करूँगा। आपके पिछले प्रश्नों (अर्थशास्त्र, मुद्राराक्षस, और प्राचीन इतिहास की पुस्तकें) को ध्यान में रखते हुए, मैं प्रागैतिहासिक काल को ऐतिहासिक काल से जोड़ने और इसके सांस्कृतिक, सामाजिक, और तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डालूँगा। यह वर्णन तालिका के बजाय विस्तृत और कथात्मक होगा।
समयावधि: भारत में प्रागैतिहासिक काल लगभग 20 लाख वर्ष पूर्व (होमो इरेक्टस के समय) से शुरू होकर लगभग 2500-1500 ईसा पूर्व (हड़प्पा सभ्यता और वैदिक काल की शुरुआत) तक माना जाता है।
वर्गीकरण: पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर इसे निम्नलिखित युगों में बाँटा जाता है
पुरापाषाण युग (Paleolithic Age)
मध्यपाषाण युग (Mesolithic Age)
नवपाषाण युग (Neolithic Age)
ताम्रपाषाण युग (Chalcolithic Age)
लौह युग (Iron Age)
स्रोत: लिखित अभिलेखों के अभाव में, जानकारी पुरातात्विक खोजों (औजार, गुफा चित्र, कंकाल, बस्तियाँ) और मानवविज्ञान पर आधारित है।
महत्व: यह काल मानव विकास, सांस्कृतिक नींव, और प्रारंभिक सभ्यताओं के उदय को दर्शाता है, जो बाद के ऐतिहासिक काल (जैसे मौर्य काल, जिसमें अर्थशास्त्र और मुद्राराक्षस प्रासंगिक हैं) की नींव बना।
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jp Singh
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