भारतीय संविधान का अनुच्छेद 31
jp Singh
2025-05-09 13:51:13
searchkre.com@gmail.com /
8392828781
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 31
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 31 का ऐतिहासिक संदर्भ:
मूल अनुच्छेद 31 यह प्रावधान करता था कि किसी व्यक्ति की संपत्ति को बिना उचित मुआवजे के नहीं लिया जा सकता था, और संपत्ति के अधिग्रहण के लिए कानून बनाना राज्य का अधिकार था।
- इसमें उप-खंड थे, जैसे:
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 31(1)
संपत्ति को बिना कानूनी प्रक्रिया के नहीं छीना जा सकता।
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 31(2)
संपत्ति का अधिग्रहण या अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजा देना अनिवार्य था।
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 31A, 31B, और 31C बाद में जोड़े गए, जो जमींदारी उन्मूलन और अन्य सुधारों को लागू करने के लिए थे।
44वां संशोधन और वर्तमान स्थिति
1978 के बाद, संपत्ति का अधिकार मूल अधिकार (अनुच्छेद 19(1)(f) और अनुच्छेद 31) से हटा दिया गया।
अब अनुच्छेद 300A कहता है
इसका मतलब है कि संपत्ति का अधिग्रहण अब केवल कानूनी प्रक्रिया के तहत हो सकता है, लेकिन मुआवजे की अनिवार्यता को हटा दिया गया है।
Conclusion
Thanks For Read
jp Singh
searchkre.com@gmail.com
8392828781