यह कहानी एक छोटे से परिवार की है जिसमें कोमल और विकास नाम के पति-पत्नी हैं और उनके दो छोटे बच्चे जिनमे एक लड़का और लड़की और विकास, एक छोटी नेहा और माँ थी। विकास के पिता उसे बचपन में ही छोड़कर चले गए थे। बचपन से ही परिवार की जिम्मेदारी विकास के कंधों पर आ गई थी। विकास अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी अकेले ही संभालता था। वह अपने परिवार से बहुत प्यार करता हैं । विकास ने बहुत लंबे समय तक अपने परिवार का पालन-पोषण किया। अपने दो बच्चों की जिम्मेदारी के साथ-साथ उसने अपनी छोटी बहन नेहा की पढ़ाई और माँ का भी पूरा ध्यान रखा। परिवार में सब कुछ बहुत अच्छा हैं । सबका हाल बहुत अच्छा चल रहा हैं, हर तरफ खुशियाँ हैं, लेकिन कहते हैं न, वक्त बदलते देर नहीं लगती। ऐसा लगता है जैसे उनकी खुशियों को किसी की बुरी नजर लग गई हो। घर की सारी खुशियाँ कहीं खो गई हो। ऐसा लगता है जैसे एक हंसते-खेलते परिवार को किसी की बुरी नजर लग गई हो। यह बुरी नजर किसी और की नहीं बल्कि एक बहुत ही डरावनी और बहुत बुरी आत्मा की थी डर के मारे परिवार के सभी सदस्य रोते और सहमे रहते। कभी वह आत्मा विकास के बच्चो को परेशान करती कभी विकास कि पत्नी को नुकसान पहुँचती और कभी माँ को डराती घर से किसी भी सदस्य का किसी भी काम पर ध्यान नहीं लग पा रहा था, न ही रात को सो पाते । और न ही दिन में चैन मिलता | विकास बहुत चिंतित रहता है कि उसके परिवार में ऐसा क्यों हो रहा है। विकास दिन-रात यही सोचता है कि कैसे ये सब ठीक करूं। कैसे अपने परिवार की खुशियां वापस लाऊं। विकास ये सारी बातें अपने दोस्त पवन से शेयर करता है। पवन कहता है कि ये बहुत गंभीर मामला है, चलो मैं तुम्हारे घर चलकर देखता हूं। पवन घर आता है और डरावनी आत्मा उसका बुरा हाल कर देती है। विकास और भी डर जाता है कि ये कोई साधारण आत्मा नहीं है। विकास और भी चिंतित हो जाता है। वो अपने दोस्त पवन से दोबारा बात करता है और उसका दोस्त पवन उसे बताता है कि वो एक बाबा को जानता है वह बाबा आपकी समस्या का समाधान कर सकते हैं पवन विकास को बाबा के पास ले जाता है और सारी बातें बताता है
बाबा कहते हैं कि मैं तुम्हारे घर जाना चाहता हूँ, मुझे तुरंत अपने घर ले चलो विकास बाबा को अपने घर ले आता है और बाबा घर को देखकर कहते हैं कि यह कोई साधारण आत्मा नहीं है
और इसे भगाना इतना संभव नहीं है इस आत्मा को भागने के लिए एक पूजा करनी होगी विकास कहता है कि बाबा आप जो चाहें करें लेकिन मेरे परिवार की खुशियाँ वापस लाएँ
जैसे ही बाबा पूजा करने लगे, उस आत्मा ने बाबा का भी अपमान किया और उन्हें वहां से चले जाने को कहा और कहा कि तुम यहां से चले जाओ नहीं तो मैं तुम्हें जान मार दूंगी।
वह आत्मा बाबा का गला पकड़ लेती और उनका गला दबा देती और कहती कि मैं तुम्हें मार दूंगी, वह बाबा भी डर की वजह से वहां से भाग जाता है।